ankit nautiyal

Ankit Nautiyal

छात्रसंघ अध्यक्ष बीजीआर परिसर (गढ़वाल विवि) पौड़ी

परिसर की छात्र राजनीति

गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के बीजीआर परिसर, पौड़ी के छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई के अंकित नौटियाल ने अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की। परिसर में कोरोना काल के बाद इस बार हो रहे छात्र संघ चुनाव  में पूरे बीजीआर परिसर में एनएसयूआई का दबदबा रहा। इसी चुनाव में सचिव पद पर एनएसयूआई के मुकुल पंवार और विवि प्रतिनिधि पद पर अमन कुमार को जीत मिली है। इस तरह एनएसयूआई के सभी अधिकृत प्रत्याशीयों ने जीत हासिल की। इस तरह यूनिवर्सिटी कैंपस में हुए चुनावों में एबीवीपी को करारी हार का सामना करना पड़ा।

उत्तराखंड के एकमात्र सेन्ट्रल यूनिवर्सटी, गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के पौड़ी परिसर में कुल 1036 मतदाता पंजीकृत हैं। इसके छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई ने अध्यक्ष पद पर लगातार तीसरी बार जीत दर्ज कर हैट्रिक लगाई। वर्ष 2018 में छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के अरविंद नैथानी, 2019 में आस्कर रावत जीते थे। 2020 व 2021 में कोरोना के चलते चुनाव नहीं हुए। इस बार छात्रसंघ चुनाव दोबारा शुरू कराए जाने को लेकर छात्र संगठनों ने जमकर आंदोलन किया। एक लंबे अंतराल के बाद (2019 के बाद) सम्पन्न हुए चुनाव में अध्यक्ष पद पर फिर एनएसयूआई के अंकित नौटियाल ने छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर कब्जा किया।  अंकित नौटियाल को 306 मत, निर्दलीय अमन नयाल को 279, अभाविप के अभिषेक जुगरान को 231 मत मिले।

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प्रदेश में पक्ष-विपक्ष की राजनीति के शीर्ष पर मौजूद नेता छात्र राजनीति की ही उपज हैं, इस लिए कॉलेजों में होने वाले छात्रसंघ चुनाव में सियासी दलों की सीधी लड़ाई होती है। इस चुनाव में भी सभी प्रमुख राजनीतिक दल के छात्र अपना दम दिखा रहे थे और स्थानीय नेता अपने अपने पार्टियों के उम्मीदवार का समर्थन कर रहे थे। काँग्रेस कि तरफ से एनएसयूआई मैदान में थी। स्थानीय कोंग्रेसी नेता अंकित नौटियाल को आगे बढाना चाह रहे थे और उनका समर्थन कर रहे थे। अंकित की जीत से उनके  कार्यकर्ताओ में हर्ष का माहौल है।

काँग्रेस के लिए इस जीत के अलग मायेने हैं। वे कहते हैं कि भाजपा के गढ़ में काँग्रेस ने धाक जमाई है। भाजपा के वर्चश्व वाले संसदीय क्षेत्र में  काँग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई की इस जीत को प्रदेश कांग्रेस कमेटी संजीवनी के रूप में देख रही है। छात्रसंघ चुनाव में जीत और हर को भाजपा की भी प्रतिष्ठा से जुड़ा माना जा रहा है।

अध्यक्ष पद पर जीत के बाद अंकित नौटियाल ने कहा कि एनएसयूआई लगातार छात्रों के बीच सक्रिय रूप से काम करती आई है इसलिए छात्रों ने हमें चुना है। अंकित ने कहा कि ईमानदारी से संघर्ष करने वालों की चुनावों में जीत होती है है। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय के छात्र एनएसयूआई के काम के आधार पर उनके प्रत्याशी के समर्थन  में मतदान करते हैं। साथ ही एनएसयूआई के साथ छात्र छात्राओं का बड़ा समूह है जो उनकी जीत के लिए काम करता है।

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परिसर की प्राथमिकताएं

नवनिर्वाचित छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित नौटियाल ने हाल ही में गढ़वाल विवि प्रशासन पर बीजीआर परिसर की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए विरोध स्वरूप बीजीआर परिसर पौड़ी में सांकेतिक तालाबंदी की। उनके नेतृत्व में छात्रों विवि प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।

इस मौके पर छात्रों ने कहा कि गढ़वाल विवि प्रशासन बीजीआर परिसर में छात्रहितों की निरंतर उपेक्षा करता आ रहा है। उन्होने कहा कि परिसर के बीकॉम संकाय में सात वर्षों से शिक्षकों की तैनाती नहीं हुई है। परिसर में लंबे समय से कोई भवन निर्माण तक नहीं हो पाया है।

छात्रों का कहना था कि गढ़वाल विवि की कुलपति वर्ष 2018 के बाद से आज तक एक भी दिन बीजीआर परिसर नहीं आई हैं, जिससे साफ है कि इस परिसर की कितनी उपेक्षा की जा रही है।

छात्र परिसर की तात्कालिक समस्याओं से छुब्ध थे। इस अवसर पर छात्रों ने कहा कि परिसर में प्रवेश के लिए सीयूईटी की व्यवस्था के चलते अधिकांश छात्र-छात्राएं प्रवेश लेने वंचित रह गए हैं। जिसका खामियाजा है कि परिसर के समस्त संकायों में 90 फीसदी से ज्यादा सीटें खाली पड़ी हुई हैं। उन सब ने मांग की कि परिसर की रिक्त सीटों पर छात्रों को जल्द ऑनलाइन प्रवेश सुविधा प्रदान की जाय।

छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित नौटियाल ने कहा कि बीएससी, एमएससी, बीकॉम, एमए द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम की घोषणा में अनावश्यक देरी हो रही है। उन्होंने तत्काल परीक्षा परिणाम जारी किए जाने की मांग की।

छात्रों ने प्रभारी परिसर निदेशक के माध्यम से विवि की कुलपति को ज्ञापन भेज कर समस्याओं के जल्द समाधान की मांग की अन्यथा उन्होने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

यद्यपि छात्र संघ और अन्य छात्र नेताओं का आंदोलन परिसर निदेशक के साथ वार्ता के बाद खत्म हो गया छात्र नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर समस्याओं का हल नहीं होता है तो वह फिर धरना और तालाबंदी करेंगे।

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