Rohit Karki

Rohit Karki

छात्रसंघ अध्यक्ष राजकीय पीजी कॉलेज चंपावत

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राजकीय पीजी कॉलेज चंपावत में 2022 के छात्र संघ चुनाव में रोहित कार्की अध्यक्ष चुने गए। अध्यक्ष पद पर हुए चुनाव में निर्दलीय रोहित कार्की ने एबीवीपी की दीपा जोशी को 46 वोटों से हराया। रोहित को 383 और पराजित उम्मीदवार को 337 मत मिले, जबकि 16 वोट अवैध और सात वोट नोटा को मिले।

पारिवारिक और सामाजिक पृष्ठभूमि

राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चंपावत वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष रोहित कार्की  ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा वी.वी.एम.आई.सी. (V.V.M.I.C.) इंटर कॉलेज चंपावत से की। इसके उपरांत उच्च शिक्षा कुमाऊँ विश्वविद्यालय के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चंपावत से की।

एक सामान्य मध्यम वर्गीय परिवार के रोहित कार्की की कोई राजनैतिक पृष्ठभूमि नहीं रही है। संघर्षों से आगे बढ़ कर छात्र राजनीति में उहोने अपनी पहचान बनाई है।

राजकीय पीजी कॉलेज चंपावत में 2022 में सम्पन्न हुए छात्र संघ चुनाव में 859 मतदाताओं में से 737 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। छात्र संघ अध्यक्ष के साथ ही छात्र संघ के पांच पदों पर हुए चुनाव में उपाध्यक्ष को छोड़ चारों पदों पर एबीवीपी को हार मिली। उनके विरोधियों को छत्रों का साथ और समर्थन मिला और एबीवीपी को बुरी हार का सामना करना पड़ा। इस बार छात्र नाखुश थे और स्थापित छात्र संगठनों के विरोध में काम कर रहे थे। इस लिए छात्रसंघ चुनाव काफी पेचीदा और चौंकाने वाला हो गया।

चुनाव के नतीजे आने के बाद कॉलेज परिसर में ‘चाचा जी को कर दो मेल, एबीवीपी हो गई फेल’... जैसे नारे गूंजने लगे। छात्र संघ चुनाव के नतीजे से स्थापित छात्र संगठनों की संगठनात्मक कमियाँ उजागर हो गयी। दरअसल एनएसयूआई और एबीवीपी जैसे संगठन समय रहते आपसी गुटबाजी  से उबर नहीं पाए । इसका खामियाजा उन्हें छात्र संघ चुनाव में भुगतना पड़ा।

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राजनैतिक प्राथमिकताएं

गवर्नमेंट पीजी कॉलेज चंपावत के पिछले छात्रसंघ के चुनाव में एबीवीपी ने सभी प्रमुख पदों पर जीत हासिल की थी। मगर इस वर्ष छात्रों ने उन्हें नकार दिया। इसका बड़ा कारण पूर्ववर्ती छात्रसंघ द्वारा छात्रों की समस्याओं का समाधान न दे पाना था।

पिछले कुछ वर्षों में कॉलेज में पीजी में न तो नए विषय खुल सके और नहीं एमएससी और एमकॉम को मंजूरी मिल सकी। रोहित कार्की ने मुखर रूप से कॉलेज की समस्याओं का समाधान करने का वादा किया। महाविद्यालय के छात्रों ने इसके बदले में रोहित को अपना समर्थन दिया और उसकी जीत को सुनिश्चित किया। छात्रसंघ अध्यक्ष बनने के साथ ही रोहित ने इन समस्याओं के समाधान के लिए काम करना शुरू कर दिया है।  

यद्यपि पीजी कॉलेज में  अभी बीए में शिक्षाशास्त्र, मनोविज्ञान, संस्कृत, भूगोल, गृह विज्ञान और एमए में हिन्दी, इतिहास, समाजशास्त्र, अंग्रेजी तथा एमएससी में जंतु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान विषय की स्वीकृति मिली है। परंतु महत्वपूर्ण विषयों के प्राध्यापक नहीं होने से छात्र-छात्राओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रोहित के नेतृत्व में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चम्पावत में एमएससी और एमकॉम की कक्षाएं संचालित किए जाने की मांग को लेकर छात्रों आंदोलन भी किया।

इन सभी प्रमुख विषयों को कार्यरूप लेने में कुछ समय लगना स्वाभाविक है। रोहित का कहना है कि जल्द ही हिंदी और अंग्रेजी विषय के प्राध्यापकों की नियुक्ति संभव है। इसके अलावा कॉलेज में सहायक पुस्तकालयध्यक्ष, कनिष्ठ सहायक, प्रयोगशाला सहायक, प्रयोगशाला परिचायक आदि के पद भी स्वीकृत किए गए हैं।

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उपलब्धियां

चंपावत महाविद्यालय को शोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के परिषद का दर्जा देने की घोषणा को छात्रसंघ अपनी बड़ी उपलब्धि मान रहा है। इसके साथ ही रोहित का कहना है कि इसी सत्र से योग विषय के विभिन्न पाठ्यक्रमों (डिप्लोमा एवं डिग्री) में पठन पाठन संचालित किया जाएगा।  छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित कार्की और अन्य छात्र नेताओं द्वारा हाल ही में प्राचार्य के माध्यम से योग विषय के संबंध में भेजे गए ज्ञापन का तत्काल समाधान किया गया। नव निर्वाचित छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित कार्की इसे अपनी बड़ी उपलब्धि मानते हैं।

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